Brief Summary
इस वीडियो में, सौरभ गांधी करिश्मा के बारे में बात करते हैं और इसे कैसे बढ़ाया जाए। वो बताते हैं कि करिश्मा ओजस और तेजस से जुड़ा है, जो शरीर और मन की शक्ति हैं। ऑथेंटिसिटी, सही तरीके से बात करना, और जीवन में एक दिशा चुनना करिश्मा बढ़ाने के तीन साइंटिफिकली प्रूवन तरीके हैं।
- ऑथेंटिसिटी से तेजस बढ़ता है, जिससे ओजस बनता है।
- प्यार से सच बोलना (सम्यक वाक) ज़रूरी है।
- जीवन में एक विज़न होना चाहिए जो मटेरियलिस्टिक चीजों से ऊपर हो।
इंट्रोडक्शन: क्लियोपेट्रा और करिश्मा
इस वीडियो की शुरुआत में, सौरभ गांधी क्लियोपेट्रा का उदाहरण देते हैं, जिन्होंने जूलियस सीज़र को अपनी बात मनवाने के लिए अपने चार्म का इस्तेमाल किया। वो बताते हैं कि इतिहास में कई लोगों ने अपने करिश्मे से दूसरों को प्रभावित किया है। सोशल साइकोलॉजी के अनुसार, करिश्मा एक रेयर ट्रेट है जो किसी इंसान की प्रेजेंस और कम्युनिकेशन को बहुत कन्विंसिंग बनाता है।
तेजस और ओजस: करिश्मा के दो पहलू
योगा में करिश्मा ओजस और तेजस से जुड़ा है। तेजस मन की शक्ति है, जिससे स्पीच शार्प और थॉट्स क्लियर होते हैं। ओजस शरीर की शक्ति है, जिससे इंसान की प्रेजेंस पावरफुल बन जाती है। तेजस और ओजस को बढ़ाकर, कोई भी अपने वचनों को प्रभावशाली बना सकता है और दूसरों में इमोशंस जगा सकता है।
ऑथेंटिसिटी: असली बनो
ऑथेंटिक होने का मतलब है कि आप जैसे हैं वैसे ही दिखें। जब आप नकली होते हैं, तो लोग उसे महसूस कर लेते हैं और आप पर ट्रस्ट नहीं करते। नकली लोग आपके माइंड पर कॉग्निटिव लोड बढ़ाते हैं, जिससे आप थका हुआ महसूस करते हैं। तेजस क्लेरिटी से डेवलप होता है, और तेजस ही ओजस को बनाता है। अपनी इंटेंशंस और वैल्यूज को लेकर क्लियर रहें और उन्हें दूसरों के सामने रखने से डरे नहीं।
सम्यक वाक: प्यार से सच बोलो
जब आप ऑथेंटिक बनना शुरू करते हैं, तो आपको लोगों से डिसअप्रूवल मिल सकता है। इसका जवाब है सम्यक वाक, जिसका मतलब है सही तरीके से बोलना। सच बोलें, लेकिन इस तरह से कि किसी का नुकसान न हो और वो बेनिफिशियल हो। प्यार से बोला गया सच बहुत गहरा असर करता है। हिटलर जैसे लीडर्स ने एग्रेशन से लोगों को इन्फ्लुएंस किया, लेकिन इसका नतीजा नेगेटिव था। अगर आपको कैरिस्मैटिक बनना है, तो लोगों से इस तरह बात करें कि वो आपके आसपास सेफ फील करें।
एक दिशा चुनो: अपना विज़न बनाओ
लोगों का ओरा उनमें मौजूद आग से जुड़ा होता है। जिस इंसान के पास एक विज़न होता है, उसमें ज्वालामुखी होता है। वो मटेरियलिस्टिक चीजों से खुश नहीं होते। हमें ऐसे लोगों की तलाश होती है जो मटेरियलिस्टिक चीजों से ऊपर उठ चुके हैं। एक अच्छा लीडर वही है जिसको फॉलो करके आपको फ्रीडम मिले। अपने विज़न को आर्टिकुलेट करना बहुत ज़रूरी है।
अपना विज़न कैसे ढूंढें
अपने आप से पूछें कि आप अपने डेथ बेड पर क्या देखना चाहेंगे। कोई ऐसी चीज चुनें जो आपको मूव करे। आप खुद को किस तरह का इंसान बनाना चाहते हैं? एक चीज चुनें और अपनी पूरी लाइफ को उसके आसपास बनाएं। जब लोग आपका विज़न देखते हैं, तो वो उससे कनेक्ट कर पाते हैं और अपनी लाइफ में सेम प्रिंसिपल्स अप्लाई करना शुरू कर देते हैं। लोगों को बताएं कि आप शैलो नहीं हैं। जितनी लॉयल्टी के साथ आप अपने विज़न की डायरेक्शन में आगे बढ़ेंगे, उतने ही ज्यादा लोग आपके साथ जुड़ना चाहेंगे।
वर्कशॉप का अनाउंसमेंट
अगर आप अपने कम्युनिकेशन को बेहतर बनाना चाहते हैं और लोगों को इन्फ्लुएंस करना चाहते हैं, तो सौरभ गांधी की लाइव वर्कशॉप को ज्वाइन करें। पहले 500 लोगों के लिए यह वर्कशॉप 50% ऑफ रहेगी। डिस्क्रिप्शन में दिए गए लिंक पर क्लिक करें और कोड गॉड का इस्तेमाल करें।