Brief Summary
इस वीडियो में, मोनिका गुप्ता आज की लड़कियों को मिली फ्रीडम के सही इस्तेमाल के बारे में बात कर रही हैं। वो बताती हैं कि कैसे कुछ लड़कियां इस फ्रीडम का गलत फायदा उठा रही हैं, जिससे उनके परिवार और समाज पर बुरा असर पड़ रहा है। मोनिका लड़कियों को अपनी मर्यादा में रहने, पेरेंट्स का सम्मान करने और खुद को मजबूत बनाने की सलाह देती हैं।
- फ्रीडम का सही इस्तेमाल करें, मिसयूज नहीं।
- पेरेंट्स को प्राउड फील कराएं, शर्मिंदा नहीं।
- अपनी सेल्फ-रिस्पेक्ट की रक्षा करें।
- खुद को इतना काबिल बनाएं कि लोग आपको फॉलो करें।
परिचय
मोनिका गुप्ता गर्ल्स के लिए आज के समय में हर फील्ड में पार्टिसिपेशन और खुद को प्रूव करने की बात करती हैं। वो अपनी खुशी जाहिर करती हैं, लेकिन साथ ही कुछ लड़कियों द्वारा फ्रीडम का गलत इस्तेमाल करने पर चिंता भी व्यक्त करती हैं।
एक घटना का जिक्र
मोनिका बताती हैं कि कैसे उन्होंने एक कॉलेज गर्ल को फोन पर अपने बॉयफ्रेंड से झूठ बोलते हुए सुना। लड़की अपने पेरेंट्स को कॉलेज जाने का बहाना बनाकर होटल में मिलने की बात कर रही थी। मोनिका को यह देखकर दुख हुआ कि पेरेंट्स बच्चों को पढ़ाने के लिए इतनी मेहनत करते हैं, लेकिन बच्चे गलत रास्ते पर जा रहे हैं।
सोशल मीडिया और पर्सनल बातें
मोनिका सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने की बात करती हैं, लेकिन अपनी पर्सनल और प्राइवेट बातें किसी से भी शेयर करने से मना करती हैं। वो कहती हैं कि अपनी दिल की बातें हर किसी को नहीं बतानी चाहिए।
इंडिपेंडेंस और लक्ष्मण रेखा
मोनिका कहती हैं कि गर्ल्स का अपने पैरों पर खड़ा होना बहुत अच्छी बात है, लेकिन अपनी एक लक्ष्मण रेखा होनी चाहिए। वो लेट नाइट पार्टीज में जाने से मना नहीं करतीं, लेकिन अपनी बाउंड्रीज सेट करने की सलाह देती हैं, ताकि किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके।
चरित्र की रक्षा
मोनिका कहती हैं कि धन और सेहत चले जाने पर भी कुछ नहीं जाता, लेकिन अगर चरित्र चला गया तो सब कुछ चला जाता है। इसलिए, हमें अपनी सेल्फ-रिस्पेक्ट की रक्षा खुद से भी बढ़कर करनी चाहिए।
खुद को कैसे बनाएं
मोनिका कहती हैं कि खुद को चांद जैसा नहीं, सूरज जैसा बनाना चाहिए। तितली की तरह नहीं, मधुमक्खी की तरह बनना चाहिए, जिसके पंख भी हों और डंक भी, ताकि कोई आपको परेशान ना कर सके।
समाज पर असर
मोनिका कहती हैं कि एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है। अगर एक भी लड़की गलत काम करती है, तो इसका असर पूरे समाज पर पड़ता है। पेरेंट्स अपनी बेटियों को पढ़ाने से डरते हैं।
सही काम करें
मोनिका कहती हैं कि हमें कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जो गलत हो, जिसे हम चोरी से या छुप के कर रहे हों। यह टाइम खुद को प्रूव करने का है। अगर इस टाइम में हम कुछ बन गए, तो सारी जिंदगी बढ़िया बीतेगी।
पेरेंट्स को प्राउड फील कराएं
मोनिका कहती हैं कि हमें पेरेंट्स को प्राउड फील कराना चाहिए, ताकि उनका सीना गर्व से चौड़ा हो जाए। हमें ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे उनका सिर शर्म से झुक जाए।
खुशबू किरदार से आए
मोनिका कहती हैं कि हमें अपनी पर्सनालिटी को इतना दमदार बनाना है कि लोग हमें पसंद ही नहीं, बल्कि फॉलो भी करें। हमें अपनी प्रेरणा समझें।
फ्रीडम का मिसयूज ना करें
मोनिका रिक्वेस्ट करती हैं कि पेरेंट्स को लेट डाउन मत कीजिए और अपनी फ्रीडम का मिसयूज मत कीजिए।